फिल्म ‘अलादीन’ से अभिनय सफर शुरू करने जा रही जैक्लीन फर्नाडीज मानती हैं कि उनकी प्रतिस्पर्धा खुद से है। उन्हें लगता है कि अपनी कमियों को दूर करके ही कोई स्थान हासिल किया जा सकता है।
भूतपूर्व मिस श्रीलंका जैक्लीन फर्नाडीज बॉलीवुड में लंबी पारी खेलने का इरादा रखती हैं। इसके लिए वह न सिर्फ अभिनय टिप्स ले रही हैं, बल्कि भाषा से लेकर अन्य क्षेत्रों में भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। इस बारे में उन्होंने हमसे कई बातें साझा कीं।
फिल्म ‘अलादीन’ में अमिताभ बच्चन और संजय दत्त के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
अमितजी के साथ काम करना आंखें खोलने वाला अनुभव रहा। आप उनसे छोटी से छोटी बात सीख सकते हैं। आप उनके सामने बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होते हैं। संजय भी अपने किरदार को लेकर काफी गंभीर रहते हैं। सच तो यह है कि दोनों ही कलाकार कैमरे का सामना करने से पहले अपनी पूरी तैयारी करते हैं।
क्या यह सच है कि आपके पास अपने लिए समय ही नहीं बच रहा है?
मेरे लिए चौबीस घंटे कम पड़ रहे हैं। बैरी जॉन के एक्टिंग स्कूल से विनोद तौरानी के डिक्शन क्लास। इसके बाद किक बॉक्सिंग सीखने के अलावा हिंदी और डांस सीखने में दिन बीत रहा है। हालांकि मुझे इसको लेकर किसी तरह की कोई शिकायत नहीं है।
आप ब्यूटी क्वीन रही हैं। ऐसे में कॉलेज की छात्रा के तौर पर अभिनय सफर शुरू करने को कितना सही मानती हैं?
सुजॉय घोष मुझे साधारण लुक्स के साथ ही परदे पर पेश करना चाहते थे। मैं भी प्लास्टिक की गुड़िया नहीं बनना चाहती थी। मैं अपने किरदार के करीब ही रहना चाहती थी। बतौर कलाकार आपको प्रयोग करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
फिर भी, क्या परीकथा सरीखी कहानी के किरदार से ही शुरुआत करना चाहती थीं?
मुझे ‘अलादीन’ फिल्म की जैसमीन का किरदार बहुत पसंद आया है। सच तो यह है कि वह मुझसे मिलता-जुलता ही है।
इंडस्ट्री में कई नई नायिकाएं आई हैं? आप किसे अपना प्रतिद्वंद्वी मानती हैं?
मेरी प्रतिस्पर्धा खुद से है। हरएक शख्स में कुछ न कुछ खूबी होती है। ऐसे में किसी की खूबी को लेकर ईष्र्या करने का कोई औचित्य नहीं है। अपने में सुधार लाने के लिए मैं हर रोज कड़ी मेहनत कर रही हूं।